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रविवार, 31 अक्टूबर 2010

हेलोवीन की डरावनी और रंगीन शाम मुबारक हो (कुछ चित्रों के साथ)

 

हर जगह लोग अजीब अजीब तरह के भेष बनाकर घूम रहे हैं, कुछ मस्ती में तो कुछ बच्चों के मन की संतुष्टि में !  इस बहाने बच्चों का रोमांच और बड़ों का बचपन सतरंगी छटा लिए अपने पूरे सबाब पर रहता है ! हेलोवीन के दिन ऐसा लगता है कि लोग डर को भी कितने रंगीन तरीके से और उत्साह से मनाते हैं. 

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ऑफिस में भी बड़े इंतजाम किये गये थे,  पिज्जा के साथ साथ तरह तरह की मिठाईयों की व्यवस्था की गयी थी, जिन पर डरावने चित्र बने हुए थे या फिर उनकी आकृति मकड़ी, हड्डी या फिर अन्य डरावनी जैसी थी, ऑफिस को मकड़ी के जालों और अन्य चीजों से एक डरावना रूप देने का प्रयास किया गया था, बाद में शायद कुछ सबसे बढ़िया ड्रेस पहनकर आने वाले के लिए कुछ इनाम के इंतजाम की व्यवस्था भी थी !  कोई भूत तो कोई परी बनकर आया हुआ था, तो हम जैसे भी कई लोग थे जो रोज की तरह जींश और कमीज को अपमानित करने के कतई मूड में नहीं थे.

हेलोवीन (Halloween) पर बच्चे  बड़े तरह तरह के वेशभूषा पहनते हैं, कोई डरावना तो कोई लुभावना बनने की कोशिश करता है, बच्चे ट्रिक या ट्रीट बोलते हैं और जिसके दरवाजे पर भी जाओ उससे ऐसा बोलने पर कैंडी या खिलौने मिलते हैं, लोग रात रात में डरावने किस्म की लाइट या रौशनी भी अपने अपने घर या दुकानों के सामने लगाते हैं ! अभी रात को बच्चों के साथ पुरे मोहल्ले में एक बास्केट लेकर घूमने जाना पड़ेगा और घर लौटने तक अनिगिनत कैंडी इत्यादि का जंक इन बच्चों के बास्केट में होगा. पर इसके चलते बच्चों और बड़ों का उत्साह देखते ही बनता है, चलो लोग इस बहाने से अपने व्यस्त जीवन से कुछ पल निकालकर कुछ मस्ती के मूड में तो आते हैं !! आपको भी एक टोकरी में तरह तरह की चोकलेट इत्यादि भर कर दरवाजे पर रखनी पड़ती है जिससे आने वाले बच्चे खाली हाथ ना लौटें !

आज यहाँ शहर की दुकानों पर भी कैंडी वितरण और हेलोवीन के मेला का हुजूम था, निकुंज ने खुद को स्पाईडर मेन और पॉवर रेंजर से प्रमोट कर NASCAR रेसर का ड्रेस पहना हुआ था.  चलो अभी तो दुकानों से इनको लौटाकर लाये हैं और अब बारी है मोहल्ले में घर घर जाने की !  मैंने तो नेता जैसे भेष धरा था क्यूंकि हमारे भारत सहित पूरे विश्व में इससे बड़ी डरावनी और लुभावनी चीज कोई नहीं :-) …नेता जो सब हड़प लेता !!

चलो कुछ फोटो देख लेते हैं: 

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रंगबिरंगी पोशाकें -

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कुत्ता भी पीछे क्यूँ रहे - dog

मशहूर होलीवुड एक्ट्रेस हैडी क्लम काली माँ के भेष में -

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भारत भी पहुँच रहा है ये साजो सजावट धीरे धीरे, अर्जुन रामपाल को देखिये -

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चलो अब यहाँ रात की तैयारी है !!

7 टिप्‍पणियां:

Udan Tashtari ने कहा…

यहाँ भी मुहल्ले भर में शाम से चहल पहल है.

हेलोवीन मुबारक!!

Arvind Mishra ने कहा…

सब शंकर जी के गण लग रहे हैं :)

ZEAL ने कहा…

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थाईलैंड में हलकी ठण्ड होने बहुत खुशनुमा मौसम है, टूरिस्ट्स आ रहे हैं भरी संख्या में। कल हम लोग 'पटाया' गए, वहां भी यत्र-तत्र हालोवीन की ही झलकियाँ मिलीं।

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Khushdeep Sehgal ने कहा…

राम भाई,

उन सब को तो गैटअप में आना पड़ा होगा, हम ब्लॉगर्स को तो ऐसे ही ले चलो...न वो सब भाग खड़े हुए तो मुझे
कहना...

जय हिंद...

भवदीप सिंह ने कहा…

हमने तो भैया ४ किलो कैंडी बटोर लीं हैं. भला हो इस त्यौहार का.

भारत में टेसू और लोहरी पर पैसे एकत्र करते थे. इधर टोफ्फी.

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

सारा माहौल डरावना लग रहा है। यह भय-उत्सव सा हो गया।

Coral ने कहा…

सच में भुत भी मज़ा दे गए ....