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शुक्रवार, 12 जून 2009

कैसे करें कोलेस्ट्राल पर नियंत्रण ?? आप की सलाह की सख्त जरूरत !!


पिछले सप्ताह सोचा की चलो डॉक्टर साहब के चक्कर लगा आते है, सब कुछ ठीक ही था, एक मैडम वजन तौलने बुलाती है और बोलती है की कुछ वजन घटा है, बहुत अच्छी बात है, चलो मेने सोचा की ये तो महान उपलब्धि है। उसके बाद खून की जाँच की और पेशाब की जांच, ये साल में एक बार हमारा इंश्योरेंस सेवा प्रदान करता है तो इस बहाने बॉडी की जांच पड़ताल हो जाती है। हम घर आ गए और २-३ दिन बाद डॉक्टर की इच्छा फिर हमसे मिलने की होती है, डॉक्टर मेरे को जांच का स्पष्टीकरण देते हुए दवाई खाने की सलाह देता है. इससे पहले की में कुछ और बताऊ, आपके सामने कोलेस्ट्राल की सीमा या स्तर के बारे में कुछ बता देना बेहतर होगा.


जब आप खून की जांच कराने जाते है तो, मुख्यतः डॉक्टर तीन चीजो का स्तर देखता है -
1. टोटल कोलेस्ट्राल
2. बेकार कोलेस्ट्राल

३. अच्छा कोलेस्ट्राल
4. त्रिग्ल्य्सरिदे (Triglyceride )


टोटल कोलेस्ट्राल की सीमा -
२०० से नीचे - बिल्कुल सही है।
२०० से २३९ उच्च सीमा के बिल्कुल पास।
२४० के ऊपर खतरा है और आप ह्रदय से संबधित रोगों से ग्रस्त हो सकते है।
और मेरा लेवल है २६४

LDL कोलेस्ट्राल की सीमा (इसे बेकार कोलेस्ट्राल भी बोलते है)
१०० के नीचे सम्मान्य होता है
१०० से १२९ सामान्य के आसपास ही मानो
१३० से १५९ सामान्य से ऊपर और उच्च सीमा के आसपास
१६० के ऊपर खतरा है और आप ह्रदय से संबधित रोगों से ग्रस्त हो सकते है।
और मेरा लेवल है - १७४

HDL कोलेस्ट्राल की सीमा (इसे अच्छा कोलेस्ट्राल भी कहते है और जितना ये खून में हो उतना ही बढ़िया )
४० के नीचे नहीं होना चाहिए , नहीं तो आप ह्रदय से संबधित रोगों से ग्रस्त हो सकते है।
६० और इसके आसपास हो तो आप स्वस्थ है और ह्रदय से संबधित रोगों से ग्रस्त होने की कोई संभावना नहीं है।
और मेरा लेवल है ३५

Triglyceride का स्तर -
५० से नीचे - सामान्य
१५० से १९९ - उच्च सीमा के पास
२०० से ४९९ - उच्च सीमा है और आप ह्रदय रोगों से पीड़ित हो सकते है
५०० के ऊपर - उच्च सीमा है, बहुत ही कम ऐसे केस होंगे
और मेरा लेवल है २८८


आप ये जानकारी यहाँ और यहाँ से भी ले सकते है। अगर आप देखें तो सब जगह ही मेने रेकोर्ड तोड़ रखे है। ये एक और साइड इफेक्ट है अमेरिका का , जहाँ पर आप खाते है और आराम फरमाते है पर पसीना नही बहा पाते, प्रकृति से दूर जाकर कौन सुखी रह पाया है।

अब डॉक्टर बोलता है की आप सारी सीमायें लाँघ चुके है, दारुबाज भी नहीं है और शाकाहारी भोजन को ही महत्वा देते है, हाल ही में वजन भी घटाया है तो ये आपके खून में ही कुछ ऐसा है जो लेवल को बढाये जा रहा है. व्यायाम या शारीरिक गतिविधियों से आप १० से २० प्रतिशत तो घटा सकते है पर इस केस में तो मुझे दवाई खानी ही पड़ेगी इसको सही स्तर पर लाने के लिए और हो सकता है की ये दवाई लेती ही रहनी पड़े हर समय. उन्होंने अभी SIMVASTATIN 40 mg नाम की दवाई को लिखा है और रोज खाने की सलाह दी है।


हालाँकि दवाई इस परेशानी से छुटकारा तो दिलाएगी ..लेकिन किस कीमत पर ...कौन खाना चाहता है दवाई अगर कुछ और साधन हो . तो मेरे अनुसार निन्मलिखित चीजें दवाई के विकल्प के तौर पर की जा सकती है -


१। योग साधना
२। खानपान पर नियंत्रण (पूरी और दाल बाटी और बाकी सब चटोरेपण से दूर )
३। बाबा रामदेव के द्वारा दी गयी दवाई खा लो - जैसे दिव्या हृदयामृत वटी , इसके बारे में यहाँ पर पड़ें ।

आप लोगो का क्या कहना है ? अपने अनुभव और सलाह जरूर दे , मेरे लिए इसका बहुत महत्त्व होगा और उन अन्य लोगो के लिए भी जिनको इसी तरह की समस्या है। में कोशिस करूँगा की आप सब की सलाह को एकत्रित करके फिर से ब्लॉग पर या इसी जगह दाल दूँ , जहाँ से लोग इससे लाभान्वित हो सके।


आप सभी का अडवांस में शुक्रिया !!

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डॉक्टर का कहना है कि आयुर्वेदिक दवाई जो बाबा रामदेव दे रहे है, उस पर कितना शोध किया गया है, यह किसी को पता नहीं है , तो साइड एफ्फेक्ट्स वगैरह के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता .

दूसरी तरफ किसी भी केस में, योग करो या शारीरक हलचल, दवाई खाओ या आयुर्वेदिक - हमें अपने खाने पर नियंत्रण करना ही होगा. ऊपर आई कमेन्ट और इधर उधर कि बातो को इधर उल्लेखित करना चाहूँगा -

१. कम सुगर कि चीजें खाएं
२. फैट फ्री चीजें ही खाएं
३. ओमेगा ३ सप्लीमेंट
४. टोफू , हरी सब्जी खाएं
५. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें
६. बाजार से सामन लेते समय ingrediants पर द्यान दें और वही खरीदें जिसमें फैट और कोलेस्ट्रोल कम हो या बिलकुल भी न हो.
७. फैट फ्री मिल्क ही पीयें.
८ घी न खाएं ( डेयरी products avoid करें )
९. हैवी डिनर न करें
१०. सुबह सुबह लौकी का जूस पीयें , पानी खूब पीयें, सुबह उठकर सबसे पहली चीज पानी पीयें.