सबसे महत्वपूर्ण दिन उनके नाम जो कल के नायक हैं, जो आज पौधे हैं और कल वृक्ष बन हमें छाया, नेतृत्व और नया जीवन देंगे एक नयी सोच देंगें !
कल मैंने संयोगवस अपने कविता संग्रह ब्लॉग पर एक कविता बालक की उर्जा, उसके समर्पण के ऊपर लिखी थी -
एक बालक
खिलौने की तलाश में
अपनी मंजिल तलाशता
खोजता, उतरता, चढ़ता
सूर्य, चंद्र और आकाश
को भी पाने की अभिलाषा रखता
हर राह को उकेरता
आशामय हो निहारता
उद्वेलित हो मग्न रहता
जब ज्येष्ठ को देखता
जीतने की आशा दोहराता
मंजिल पाने तक
प्रयासरत ही रहता
चींटी की भाँती
जीत कर ही विश्राम लेता !!!
जहाँ मेरे पिताजी की पोस्टिंग है वहाँ पर एक गरीब परिवार था, बच्चों को पढाने की कोई व्यवस्था तो दूर, एक रहने का ठिकाना भी नहीं था, पिताजी ने अन्य आर्थिक सहयोग के अलावा उस परिवार के एक बच्चे को अपने घर ले आये जिससे उसको शिक्षा का एक माहौल मिल सके, अब तो राजू परिवार के एक सदस्य जैसा ही हो गया है !
आप भी किसी एक राजू को आगे बढाने का बीड़ा उठायें तो ये बाल दिवस मनाना सार्थक हो जाए !
कुछ दिन पहले दोनों बच्चों को एक दूसरे को नक़ल करते पकड़ा था ..उसी का ये विडियो बोनस में :)
10 टिप्पणियां:
बालदिवस की समुचित सामायिक और संदश देती पोस्ट !
एक एक राजू को हर कोई सहारा देने का बीड़ा उठा ले।
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Very inspiring post .
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आपके पिताजी का उदाहरण अनुकरणीय है। राजू अभी किस कक्षा में है?
बच्चों का विडिओ देखकर मज़ा आ गया, सुपर्ब!
अच्छा लगा आकर। बालपन श्रम करने की नहीं,खेलने-कूदने की उम्र होती है। बेसहारा और ग़रीब बच्चों के प्रति करुणा का भाव उन्हें वह सब पाने का अवसर दे सकता है,जो अन्यथा संभव नहीं है।
बच्चे, मन के सच्चे. सच्चे मन से सच्चे मन की पहचान.
I feel so proud after reading this :)
बाल दिवस पर प्रेरणादायी पोस्ट। आपका भारत मे स्वागत है\ पंजाब मे आये तो बातायें। शुभकामनायें।
बाल दिवस की हार्दिक शुभकामनाऍं।
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गायब होने का सूत्र।
क्या आप सच्चे देशभक्त हैं?
सभी का बहुत बहुत शुक्रिया - अनुराग जी, अभी वो ३ कक्षा में है !
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