राम (कुमार) त्यागी के मन के अंतर्द्वंदों का प्रतिबिम्ब ...
कल फोन भी लगा लेना..मैसेज तो मिल गया...सन्डे घर पर नहीं हूँ तो मन्डे शाम को मिलें. :)
@ समीर जीअभी तक आप के फ़ोन ही नही लगा? क्या पडोसी के फ़ोन से ही काम चला रहे थे:)
बहुत सही... फ़ुर्सत मे आ जाओ भाई... इंतज़ार में बैठे हैं :)
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3 टिप्पणियां:
कल फोन भी लगा लेना..मैसेज तो मिल गया...सन्डे घर पर नहीं हूँ तो मन्डे शाम को मिलें. :)
@ समीर जी
अभी तक आप के फ़ोन ही नही लगा? क्या पडोसी के फ़ोन से ही काम चला रहे थे:)
बहुत सही... फ़ुर्सत मे आ जाओ भाई... इंतज़ार में बैठे हैं :)
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