जब मैंने टाइम पत्रिका में कुछ दिन पहले एक लेख पढ़ा तो मैं भय के मारे, घुटन के मारे काँप रहा था, एक सिहरन सी थी शरीर में !
देश – चिली,
स्थान - एक कॉपर और सोने की एक ध्वस्त खदान
इस खदान में कुछ दिन पहले एक हादसा हुआ और अनुमान लगाया गया कि ३० लोग जो खदान में काम करते थे, खदान धसने की वजह से मारे गये हैं, पर कुछ दिन बाद पता चला कि ये लोग २३०० फुट नीचे बने एक चैम्बर में सुरक्षित हैं, १० मीटर 5 मीटर के इस तलघर में जहाँ रोशनी और हवा से दूर केवल ८५ डिग्री फार्नेहाईट का घुटन भरा माहौल है बस !
अब बताया जा रहा है कि ये लोग बाहर निकाले जा सकते हैं, पर इसमें ३ से ४ महीने लग सकते हैं क्योंकि जमीन के अंदर इतना लम्बा सुरक्षित मार्ग उस तलघर तक बनाना एक आसान काम नहीं है। चिली की सरकार और फँसे हुए लोगों के घरवालो के साथ-साथ पूरे विश्व की दुआएं उनके साथ है, ये एक दुर्गम रास्ता है और कठिन समय जिसके सोचने से ही शरीर में कम्पन सा होने लगता है पर फिर भी हौसला कहिये कि अंदर से ६ इंच के एक पाईप से इनके लिए भेजे गये कैमरा में इन लोगों ने जो आत्मविश्वास और जीने की ललक दिखाई है वो मुझे उस महान गाने की याद दिलाती है जो बचपन में हम गाते थे -
‘हम होंगे कामयाब एक दिन -
हाँ मन में हैं विश्वास
पूरा है विश्वास
हम होंगे कामयाब एक दिन’
रात और दिन, कोई प्रकाश नहीं, कोई मलमूत्र की विशेष व्यवस्था नहीं, और ऑक्सीजन की कमी जो अनेक रोग पैदा कर दे, कुछ लोग डायबिटिक भी हैं तो कुछ लोग दिल के भी कमजोर होंगे, कुछ को परिवार की याद कमजोर करेगी तो कुछ को एक हल्का सा शारीरिक गतिरोध जीने के लिए अवरुद्ध करेगा पर इनकी आशा , हमारी प्रार्थना और ईश्वर की छत्रछाया जरूर इनको बाहर लाएगी।
चलो हम सब इन सबके स्वास्थ्य, मनोबल और जीवन के लिए प्रार्थना करें !!
वैसे तो अमेरिका की गली गली में योग के केंद्र खुले हुए हैं और यहाँ के एकाकी लोग अपने आप को इन केन्द्रों में उर्जा और शांति कि खोज में ले जाते हैं, शायद इनको शांति योग से ज्यादा यहाँ मिलता एक सामाजिक वातावरण देता है, इसी तरह का एक योग केद्र न्यू यार्क में है जहाँ हँस योग कराया जाता है , बोर्ड पर कुछ १-२ मन्त्र लिख दिए और बस् लोग पागल, जैसे हम भारतीय पागल है पश्चिमी सभ्यता के अनुकरण में, वैसे ही यहाँ के लोग इस दिखावी योग से भारतीयता में ढलकर शांति पा रहे हैं!
एक लेख था, दवाईयों की लत के बारे में ! एक माँ जिसके बच्चे को कैंसर थी, एक दवा दी गयी जिसको खाने से उसको आराम मिलाने लगा, शायद कुछ सालों में कैंसर का खतरा कुछ कम हुआ पर उस बालक को दवाई की लत पड़ गयी, और वो फिर उस दवाई या अन्य ड्रगों के लिए परेशान रहने लगा, माँ कहती है कि इससे तो अच्छा कैंसर था कि कम से कम लोग सहानुभूति तो रखते थे, पता नहीं दवाईयों के कुम्भ में ऐसे कितने बालक खो रहे होंगे ! दुनिया में ओवरडोज की वजह से हो रही मौतों कि संख्या दिनोंदिन बढ़ रही है, ईश्वर रक्षा करे सबकी !
पाकिस्तान के अस्तित्वा को खतरा सा दिखता है हाल में आई पानी और आतंकवाद की बाढ़ से, इस पडोसी को भी ऊपर लिखा गीत गाने की आवश्यकता है और हमें जितनी हो सके इनकी सहायता और प्रार्थना करनी चाहिए, खुद के अच्छे स्वास्थ्य के लिए आसपास का वातावरण अच्छा होना अनिवार्य है !
9 टिप्पणियां:
... चलो हम सब इन सबके स्वास्थ्य, मनोबल और जीवन के लिए प्रार्थना करें !!!
मन को दृढ कर लेने की इससे कठिन परीक्षा और क्या होगी भला। भगवान सबको संबल दे।
भगवान इन सब की रक्षा करें.
भगवान इन सब को सुरक्षति रखे, एक बार जर्मनी मै कोले की खान मै ऎसा हादसा हुआ था, तो सरकार ने तीन दिन के अंदर ही उन लोगो को बाहर निकाल लिया था, एक चोडा पाईप डाल कर, जिस मै आदमी दोनो वायू नीचे कर के मुश्किल से ही ऊपर खींचा जा सकता था, लेकिन सभी लोग सुरक्षित बाहर आ गये थे, तो चिल्ली वाले यह क्यो नही करते, बोर करने मै तो ज्यादा समय नही लगता.
धन्यवाद
कई समाचार दिया आपने(अंतर्राष्ट्रीय).. चिली में खदान में फंसे लोगों के लिए सच में हम लोग सिर्फ दुआ ही कर सहते हैं.. आभार राम भाई..
इतने दिनों तक जिंदा रहना ही एक अजूबा है । फिर भी उनके साहस की दाद देनी पड़ेगी ।
भगवान करे ज़ल्द ही उन्हें निकाला जा सके ।
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I agree with Raj Bhatia ji, They can also opt for the same method.
Let's pray for the people in peril.
Regards,
ZEAL
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सबका भला हो!!
भगवान इन सब की रक्षा करें|
बेहतरीन पोस्ट लेखन के बधाई !
आशा है कि अपने सार्थक लेखन से,आप इसी तरह, ब्लाग जगत को समृद्ध करेंगे।
आपकी पोस्ट की चर्चा ब्लाग4वार्ता पर है-पधारें
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