सुनाने में अजीब लग रहा है पर अगर नीचे उल्लेखित वेबसाइट पर विश्वास किया जाए तो यह सत्य है की अमेरिका के जितने सिपाही युद्ध में नहीं मारे गए, जितने कि आत्महत्या कि वजह से ! इसमें सिर्फ वही आंकड़े शामिल है जब ये सैनिक नौकरी पर थे, अगर रिटायरमेंट के बाद के नंबर भी मिला दिए जाए तो ये आंकड़ा और भी अधिक होगा। इस वेबसाइट के अनुसार पिछले साल ही ३२० सैनिको ने नौकरी के दौरान आत्महत्या करके अपनी जान गंवाई।
http://www.globalresearch.ca/index.php?context=va&aid=16916
and
http://www.congress.org/news/2009/11/25/rising_military_suicides
लग रहा है आंतरिक तनाव युद्ध के उद्देश्यों पर भारी पड़ रहा है। सरकार के लिए इराक और अफगानिस्तान में सैनिको को भेजना एक चुनौती है क्यूंकि सरकार सही तरीके से लोगो को समझा नहीं पा रही है इस लड़ाई के कारण और दूसरी चीज ये देश इनके कोई परम्परागत प्रतिद्वंदी या विरोधी नहीं है ..जैसे भारत के लिए पाकिस्तान ...तो लड़ने का जज्बा सैनिको में कम दिखाई देता है। कोई मन से लड़ने के लिए तैयार नहीं है और ये भी एक कारण इन आंकड़ो का हो सकता है।
2 टिप्पणियां:
अजीब बात है !!
हम्म!! आंकड़े सच बयानी कर रहे हैं.
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