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सोमवार, 17 मई 2010

शिकागो की एक सैर मेरे साथ - एक दिन में ...

सागर किनारे दिल ये पुकारे , तू जो नहीं तो मेरा कोई नहीं है .....

ऐसा ही कुछ नजारा था जब शुक्रवार को हम शिकागो के मिशिगन झील किनारे नोर्थ एवेन्यू बीच पर थे. गये तो थे शिकागो की गलियों में घूमने और घूमते घूमते जा पहुंचे मिशिगन झील के किनारे पर.  नीला आसमान और दूर दूर तक फैला असीमित नीला जल श्रोत.  प्राकृतिक और ईश्वरीय कृति से अलौकिक क्या कुछ हो सकता है ?

विकिपीडिया के अनुसार -

"लेक मिशिगन अमरीका की सबसे बड़ी झीलों में से एक है। इसकी सीमाएँ अमरीका के चार प्रांतों इलिनाय, इंडियाना, विस्कांसिन एवं मिशिगन से लगती हैं। मिशिगन शब्द आरंभ में इसी झील के लिए किया जाता था जो ओजीबे भाषा का शब्द है जिसका मतलब होता है 'बहुत सारा पानी'। यह झील क्रोएशिया देश की भौगोलिक क्षेत्र से थोड़ा बड़ा है।"

शिकागो के और बाकी बीच के बारे में पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें.


शुरुआत सुबह ९ बजे घर से की,  हम शिकागो से लगभग ४० मील की दूरी पर रहते है और यहाँ से हम शिकागो या तो कार से सड़क के जरिये जा सकते है या फिर सबसे बढ़िया ट्रेन  के जरिये, सबसे बढ़िया इसलिए क्यूंकि फिर न तो पार्किंग का झंझट और न ही ट्राफिक जाम की चिंता.   अपने अपने धुप के चश्मे और हलकी से जाकेट पहनकर पहुँच गए हम परिवार सहित ट्रेन स्टेशन पर.  बच्चो को वैसे भी कार में बोरियत फील होती है और ट्रेन के नाम से दोनों ही बहुत उत्सुक थे.   ९ बजे के बाद की ट्रेन ली इसलिए एक्सप्रेस तो नहीं मिलेगी,  वरना हम ४० मिनट में ही शिकागो में होते,  अब हर स्टेशन पर रुकने वाली लोकल ट्रेन हमें वही दूरी लगभग १ घंटे और ३० मिनट में तय करा पायेगी. पर बच्चो को तो इससे और भी मजा आएगा, यही तो हमारा उद्देश्य है.

ये हमें यूनियन स्टेशन पर उतारेगी जो शहर का मुख्य स्टेशन है.  बहुत बड़ा स्टेशन है, नीचे का तल ट्रेन की पटरियों और platforms से पटा पड़ा है , उसके ऊपर फ़ूड कोर्ट बगैरा है, तीसरे माले पर निकलो तो आप शहर की सड़क पर होते है और आसपास कई  गगनचुम्बी इमारतें और शिकागो नदी के सुन्दर द्रश्य को देखते हो.  शिकागो नदी के पश्चिम में बना ये स्टेशन एडम्स और जैक्सन गलियों के बीच स्थित है. 


यही से कुछ कदमो की दूरी पर मशहूर गगनचुम्बी इमारत Sears Tower है.  अब इसका नाम Willis Tower हो गया है.  ये १४५१ फीट ऊँचा है और इसमें कुल १०८ माले है.  १९७३ में जब ये बना था, तब ये दुनिया की सबसे ऊँची ईमारत थी, ऐसा शायद १९९८ तक रहा. अभी इसका रैंक दुनिया में नंबर पांच है.

कुछ ही दूर पर तुलिप के कुछ फूल लगे देखे तो इनकी फोटो ले ली. बायीं तरफ के तो नदी पार करते ही एक बिल्डिंग के पास के है और दायीं तरफ वाले जॉन हनकौक इमारत के सामने बनी चर्च के पार्क से लिए है.

कुछ काम था शहर में Lasalle  स्ट्रीट पर, उसको निबटाकर पैदल पैदल शहर नापते नापते निकुंज को MacD की याद आई तो फिर वही ये फोटो ले ली, इसके पीछे हार्ड रॉक कैफे का फोटो नजर आ रहा है.   शहर के उत्तरी दिशा में स्थित ये Rock N Roll McDonald's  पूरी दुनिया भर में प्रसिद्ध है. इसमें एक म्युसियम भी है...  इसके बारे में और पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक कर सकते है.

इसके बाद हमने Magnificent Mile एरिया के तरफ अपने कदम बढाये...यहपर जॉन हनकौक ईमारत है जो की एक और गगनचुम्बी इमारत है शिकागो की.
ये मिशिगन एवेन्यू का ही एक हिस्सा है और यहाँ पर आपको हर बड़े ब्रांड का शो रूम दिखेगा और हर वर्ल्ड का बेहतरीन होटल और रेस्तरां भी इधर मिलेगा, कुल मिलकर पैसे वालो और फिल्मी सितारों के शौपिंग की जगह.  बड़े लोग बड़ी बातें ....हम तो ठहरे छोटे से दर्शनार्थी ...
 
यहाँ आकर लगेगा की गाँव की गुमटी और चिकागो की इन दुकानों में कितना जमीन आसमान का अन्तर है और ये भी की अगर आदमी जो है उसमें खुश न रहे तो इच्छायें असीमित होती जाती है और फिर वो कभी खुश नहीं रह पाता. इस दुनिया में हर चीज से अच्छी चीज मौजूद है इसलिए सीमा तय करना जरूरी है.  इस जगह के बारे में और पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें .  
 
चलते चलते जॉन हनकौक ईमारत का भी एक फोटो ले लिया. इसमें ६० मंजिलें है और यहाँ से शिकागो का जो व्यू दिखता है वो किसी और बिल्डिंग से नहीं.  मिशिगन झील का नजारा यहाँ से देखते ही बनता है.  इसके पास ही वाटर टावर प्लेस नाम की जगह है.  इस जगह पर ज्यादातर हमें टूरिस्ट ही नजर आये.

सामने ही एक चर्च थी, जिसमें हम लोंगों ने कुछ चहलकदमी की, फोटो लिए.  ऊपर लगी एक तुलिप की फोटो भी यही से ली थी.  निकुंज स्कूल में देखते देखते यहाँ की कब्स टीम का प्रशंसक  हो गया है, उसी टीम  के कपडे पहन कर शिकागो जाने की जिद पाल रखी थी और ठंडी हवा होने के बाबजूद भी जक्केट और पैंट पहनने को तैयार नहीं, अन्यथा उसकी ड्रेस नहीं दिखेगी लोंगों को ....:)  साथ में एक फोटो ले वही बने Fountain  की जिसमें लोग सिक्के डालकर विश करते है.  आधुनिक होने से इश्वर का विश्वास कम नहीं हो जाता, और यही emotional  विश्वास कभी कभी हमें ऐसे ऐसे काम कराता है.  इसे क्या अंधविस्वास कहूं ?

घूमते  घूमते सवारी Lake  shore  drive पार करके बीच पर पहुंचे,  कई फोटो ली वहां पर. लोग बोलते है की अमेरिका में सार्वजानिक पानी की जगह लोगों को कुत्ते की भाँती पानी पीना पड़ता है, इसलिए एक फोटो इस नल की भी ले ली.


 
बहुत टाइम बिताया मिशिगन किनारे, बच्चो ने कपडे भी गीले किये और मस्ती भी पूरी की ...सारी थकान जैसे रफू चक्कर हो गयी हो.  एक अजब से ताजगी आ गयी थी. शहर पीछे था और सामने थी विशाल प्रकृति की संरचना.  मुझे पता नहीं शहर की भागमभाग और चमकदमक क्यों अच्छी नहीं लगती. जो भी हो यहाँ तो फिर से आते रहेंगे.  २ साल पहले अपने परेंट्स को लेकर इधर आया था. तब यहाँ एक बहुत बड़ा एयर शो था जो हर साल गर्मियों में आयोजित होता है.
 
सामने विशाल झील
पीछे है एक वृहत शहर
कितने  भिन्न हैं  दोनों किनारे 
एक मस्ती का आभास कराये तो दूजा दे मन का आनंद
आसमान से झील को मिलते देखा
जैसे  विचारो को गति पकड़ते देखा
रेत कितना आनंद देता
शीशा बन फिर दर्द भी देता
बच्चे सपनों के घरोंदे बनाते
आकृति मिटाते , बनाते, खिलखिलाते
गीले  होकर मन ही मन सयाते
हम भी एक दो छींटे सहलाते
और विचारों की सौंधी हवा में खो जाते
जैसे सुबह की ओंस की बूंदे मुंझे जगा रही हो
जैसे जन्नत या सपनों की मनोहारी तरंगे हो
गद्य और पद्य लिखते, मिटाते और सोचते
अपनी  प्राणप्रिये को गले लगाते
जिनको घर पर देख स्वभावबस गुसियाते
रेत की गर्मी और टहलते दौड़ते लोग
नावों पर सवार उन्मुक्त मस्त परवाने लोग
हर तरफ आनंद और अंतहीन मस्ती में डूबे लोग
तरो ताजा मेरे मन को करते मेरे मन के संतुष्ट भाव
 
जगह ही ऐसी है की बस लिखता ही जाऊं ! पर घर भी जाना है और निकुंज को मिल्लेनियम पार्क भी. तो विचारो को यही विराम देकर पैरो को फिर से शिकागो की स्ट्रीट्स पर चलायमान करते है.
 
बीच में शिकागो Tribune की ईमारत भी देखी, निकुंज को बताया की देखो इस बिल्डिंग में कही न कही किसी कोने में इधर उधर किसी न किसी देश का पत्थर मिलेगा , जेर्मनी,  फ्रांस सब जगह के पत्थर दिखे और सबसे ज्यादा खुसी हुई ताजमहल का सफेद पत्थर देखकर.   बहुत ही सुन्दर ईमारत है ये.  ऊपर विकिपीडिया की लिंक में और भी जाना जा सकता है इस इमारत के बारे में.  Chicago Tribune यहाँ का बहुत बड़ा न्यूज़ पेपर है और इसके पत्रकार हर जगह से , विभिन्न देशो की मशहूर जगहों से निशानी के रूप में पत्थर लाते और वही छोटे छोटे पत्थर हर जगह इस इमारत के निचले हिस्से में लगाए गए है.  इसके दूसरे किनारे पर शिकागो नदी है और बहुत ही फोटोजनिक जगह है ये, चारो तरफ सुन्दर ऊँची ऊँची इमारतें और बीच में से विशाल बहती हुई नदी.

खैर ये सब करते करते और चलते चलते फिर से भूख लगी तो इस बार चिपोतले को निशाना बनाया. बढ़िया सा मिर्ची वाला खाना खाया.  उसके बाद सामने ही मिचिगन स्ट्रीट और Lake  Shore  Drive  के बीच में स्थित विशाल पार्क मिल्लेनियम पार्क पहुंचे.  ये सन २००० में ही बना है और अब तो शिकागो का लैंडमार्क जगह है.  यहाँ क्लिक करके इसके बारे में और पड़ें और नीचे लगी फोटो को एन्जॉय करें.  समय की कमी की वजह से यही बंद करता हूँ.  बहुत ही अच्छी और प्रसिद्ध जगह है ये. यहाँ का ये बीन के आकर का शीशे नुमा आकृति बहुत ही आकर्षक है ....


7 टिप्‍पणियां:

कुमार राधारमण ने कहा…

लंबी सैर। मज़ा आया। एकाध तस्वीरें बड़ी नहीं हो पा रही हैं। कृपया देखें।

राम त्यागी ने कहा…

जरूर ..कौन सा फोटो बड़ा नहीं हुआ ? पहले वाला ?

SANJEEV RANA ने कहा…

सैर के लिए आ आभार

shikha varshney ने कहा…

achcha laga aapki post padhkar ..kuchh yaaden taza ho gain ...

बेनामी ने कहा…

सन २००० में चिकागो की धरती पर कदम रखा अच्चा लगा. पसंद आया. इसको ही अपना घर बना लिया.

राम के उपनगर में ही रहता हूँ. जिस रेलगाड़ी का जिकर राम ने किया, उसी रेलगाड़ी से रोज चिकागो शहर आता हूँ. काम करता हु, वापस घर चला जाता हूँ. पर आज एक अलग ही नजरिए से चिकागो के दर्शन हो गए... मजा आ गया! बहुत बहुत धन्यवाद!

-- भवदीप सिंह

राम त्यागी ने कहा…

और भवदीप ही पहला ग्वालियर वाला दोस्त था जो शिकागो आकर हमें gwaliorworld .com के जरिये मिला ....
चलो बढ़िया शिकागो के धुरंदर लोगो को लेख पसंद आया :)

Santosh ने कहा…

wow cool
maine to yahi rahkar poora chicago dekh liya..
waise main chicago aane ki soch raha tha
ab kahi aur ka plan banana padega
par maja aa gaya chicago me...