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बुधवार, 14 अप्रैल 2010

युद्ध से ज्यादा घातक है खुद क़ी परेशानियां अमेरिकन सिपाहियों के लिए

सुनाने में अजीब लग रहा है पर अगर नीचे उल्लेखित वेबसाइट पर विश्वास किया जाए तो यह सत्य है की अमेरिका के जितने सिपाही युद्ध में नहीं मारे गए, जितने कि आत्महत्या कि वजह से ! इसमें सिर्फ वही आंकड़े शामिल है जब ये सैनिक नौकरी पर थे, अगर रिटायरमेंट के बाद के नंबर भी मिला दिए जाए तो ये आंकड़ा और भी अधिक होगा। इस वेबसाइट के अनुसार पिछले साल ही ३२० सैनिको ने नौकरी के दौरान आत्महत्या करके अपनी जान गंवाई।

http://www.globalresearch.ca/index.php?context=va&aid=16916

and

http://www.congress.org/news/2009/11/25/rising_military_suicides


लग रहा है आंतरिक तनाव युद्ध के उद्देश्यों पर भारी पड़ रहा है। सरकार के लिए इराक और अफगानिस्तान में सैनिको को भेजना एक चुनौती है क्यूंकि सरकार सही तरीके से लोगो को समझा नहीं पा रही है इस लड़ाई के कारण और दूसरी चीज ये देश इनके कोई परम्परागत प्रतिद्वंदी या विरोधी नहीं है ..जैसे भारत के लिए पाकिस्तान ...तो लड़ने का जज्बा सैनिको में कम दिखाई देता है। कोई मन से लड़ने के लिए तैयार नहीं है और ये भी एक कारण इन आंकड़ो का हो सकता है।

2 टिप्‍पणियां:

संगीता पुरी ने कहा…

अजीब बात है !!

Udan Tashtari ने कहा…

हम्म!! आंकड़े सच बयानी कर रहे हैं.